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कोविड संक्रमण की रोकथाम को लेकर स्वास्थ्य विभाग द्वारा टीकाकरण का कार्य युद्धस्तर पर

 राज्य टीकौ​षधि भंडार को दिये गये 2 रैफ्रिजेटेड वैक्सीन वैन

बीएमजीएफ की वित्तीय सहायता से पाथ द्वारा दिया गया वैन

वैक्सीन की आपूर्ति प्रबंधन व भंडारण की सुविधा पर अधिक ध्यान

A. Rahman

पटना: राज्य में कोविड संक्रमण की रोकथाम को लेकर स्वास्थ्य विभाग द्वारा टीकाकरण का कार्य युद्धस्तर पर जारी है. 45 वर्ष आयुवर्ग व इससे अधिक उम्र के सभी लोगों सहित गंभीर रोग से ग्रसित लोगों के टीकाकरण कार्य रफ्तार में है. वहीं राज्य में कोविड संक्रमण की पूरी तरह रोकथाम के लिए प्रतिदिन होने वाली आरटीपीसीआर जांच की संख्या को भी बढ़ाया गया है. रेलवे व बस स्टैंड सहित संक्रमण प्रभावित इलाकों में जांच के माध्यम से संक्रमण प्रभावितों का पता लगाने का काम किया जा रहा है. वहीं कोविड टीकाकरण को लेकर आवश्यक ​वैक्सीनों की भी पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित करने का निर्देश स्वास्थ्य विभाग द्वारा दिया गया है.
 

टीका के आपूर्ति प्रबंधन व भंडारण पर जोर:
 पर्याप्त वैक्सीन की आपूर्ति प्रबंधन व भंडारण को लेकर राज्य स्वास्थ्य समिति द्वारा इस बात पर जोर दिया गया है कि एक सफल टीकाकरण अभियान के लिए उच्च गुणवत्ता वाले आपूर्ति प्रबंधन और भंडारण की सुविधा होना महत्वपूर्ण है. इसी क्रम में राज्य स्वास्थ्य समिति बिहार के प्रागंण में गुरुवार को कार्यपालक निदेशक की अध्यक्षता में राज्य टीकौ​षधि भंडार को कोविड 19 महामारी के समय में पाथ संस्था द्वारा बिल एंड मिलिंडा गेट्स फांउडेशन की वित्तीय सहायता के माध्यम से 2 रेफ्रिजेटैड वैक्सीन वैन तथा केयर इंडिया बिहार द्वार वैक्सिन वैन प्रदान किया गया. इस वैक्सिन वैन के माध्यम से राज्य स्तर से जिला स्तर तक वैक्सिन का परिवहन निर्धारित तापमान में सुरक्षित तरीके से सुनिश्चित किया जा सकेगा. कोविड 19 महामारी के साथ साथ ये वैन बिहार के लोगों को टीके द्वारा रोके जाने वाले रोगों से बचाने की दिशा में आगे ले जाने में अहम योगदान देगी.

इस कार्यक्रम के दौरान राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक मनोज कुमार, उपसचिव सह प्रशासी पदाधिकारी राजेश कुमार, राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी पोलियो एवं प्रतिरक्षण रामरतन, सिविल सर्जन डॉ विभा कुमारी, जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ एसपी विनायक, राज्य स्वास्थ्य समिति के वरीय परामर्शी खालिद अरशद पाथ संस्था से डॉ सत्यब्रत राउत्रे तथा वरीय परियोजना प्रशासक राकेश कुमार व पाथ के अन्य पदाधिकारी मौजूद थे


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