ज्वलंत मुद्दे

6/recent/ticker-posts

जैविक खेती से मिसाल कायम कर रहे हैं किसान


विकास परशराम मेश्राम 

(कार्यक्रम अधिकारी वागधारा)

कोरोना काल में गाँव के कुछ किसान सामूहिक रूप से रासायनिक खेती को छोड़कर जैविक खेती करने की अनोखी पहल कर रहे हैैं | किसानों का प्रयास अन्य किसानों के लिए अनुकरणीय है |दूसरी ओर खेती लगातार घाटे का सौदा हो गई है। प्रकृति की मार झेलते किसानों की आय कम होती जा रही है।  परंपरागत खेती की वजह से लाभांश कम होते जा रहे हैं | इन दिनों खेती में लाभांश बनाए रहने के लिए समेकित जैविक खेती किसान के समूह बनाकर समेकित जैविक खेती कर रहे हैं। 

इसमें खेती के लिए हायब्रीड बीज का उपयोग,रासायनिक खाद और कीटनाशक का बेतहाशा उपयोग की वजह से साग-सब्जियों में स्वाद और पौष्टिकता खत्म हो गई है। इसका बुरा असर हमारे सेहत पर पड़ रहा है।


मिसाल कायम कर रहे किसान

जैविक खेती करके मिसाल कायम कर रहे हैं, बांसवाडा जिले के आनंदपुरी, कुशलगढ़ ब्लॉक के 210 जैविक किसान समूह। इस समूह में 1060 किसान भाई सदस्य हैं | किसान सामूहिक प्रयास से जैविक खेती कर रहे हैं और इन किसानों ने समेकित जैविक खेती का प्रयोग करके नया आदर्श प्रस्तुत किया है | 

विशेषत: चावल की खेती में पाथरिया चावल , जीरा चावल , झीनी , काली कमोद,  कोलम्बो, और बाजरा में कुरी, बट्टी, ह्मली, तथा मक्का में दूध मोगरा, गांगडी इन विलुप्त होते पारम्परिक बीजों को संरक्षण एवं संवर्धन करके खेती कर रहे हैैं | 


पारम्परिक बीज पोषण से भरपूर होते हैं और स्थानीय उपज को पुनर्जीवित करने के उद्देश्य से वाग़धारा संस्था विभिन्न सरकारी विभागों के सहयोग से कार्य कर रही है | पोषण से भरपूर फसलों को समन्वित कृषि प्रणाली के माध्यम से बढ़ावा देने हेतु संस्था परम्परागत फसलों एवं बीज सम्बन्धित जानकारी समय-समय पर सांझा करती है | 

जनजातीय क्षेत्रों में 1060 किसानों का संगठन तैयार करके जैविक खेती करने के लिए प्रेरित कर रहे है | ड्रम सीडर , ईएसआरडी  इन पद्धति का अवलंबन करके जहर मुक्त ,रासायनिक मुक्त और कीटनाशक का प्रयोग रुकवाने की दिशा में पहल कर रही है। उक्त संस्था इन किसानों को कम्पोस्ट खाद , केचुआ खाद, गौमूत्र , दशपर्णी , ब्रम्हास्त्र , डी कोम्पोसर , जीवामृत बनाने का प्रशिक्षण इन किसानों को देता है | 

 

कीटनाशक की वजह से हमारे मित्रकीट और शत्रुकीट दोनों ही मर जाते हैं और इससे प्रकृति का बड़ा नुकसान होता है | ऐसे में मित्रकीट को बचाना बहुत महत्वपूर्ण है | संस्था मनगढ फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी के माध्यम से किसानों से प्रत्यक्ष उनका कृषि उपज में दालवर्गीय फसल खरीद कर बिचौलियों की श्रृंखला तोड़ रही है | इसमें संस्था अपने मानगढ़ फार्मर प्रोड्यूसर कम्पनी के माध्यम से किसानों की आजीविका बेहतर करने के लिए सतत प्रयासरत है | 

संस्था के कृषि विशेषज्ञ पी.एल. पटेल कहते हैैं कि यह फार्मर प्रोड्यूसर कम्पनी जनजातीय क्षेत्र में मिल का पत्थर साबित हो रही है , क्योंकि हम बिचौलियों की श्रृंखला को तोड़ रहे हैैं और किसानों को उसके उपज का बेहतर मूल्य दे रहे हैैं |

 इससे हमारे किसान भाई जैविक खेतीबाड़ी करने के लिए  प्रेरित हो रहे हैं । इनके परम्परागत बीज जिसमे प्रचुर मात्रा में पोषक तत्व है , वह खाने में उपयोग करके कुपोषण से निजात पाने की कोशिश कर रहे हैं | इनमे उनकी आजीविका भी बढती है और और सेहत भी अच्छी रहती है | जनजातीय क्षेत्र में सम्पूर्ण स्वराज लाने के लिए संस्था सतत प्रयासरत है | 



 


एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ