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जनजातीय स्वराज संगठन ने मनाया मजदूर दिवस

Vikas Meshram  

vikasmeshram04@gmail.com

आनंदपुरी --दिनांक ५  मूई 2022  में आंनंदपूरी,माडेल आंनंपुरी, छाजा  के जनजातीय स्वराज संगठनों के  ३४ पंचायतो  में मजदूर  दिवस के अवसर पर  मजदूरो  के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करते और मजदूरो के अधिकारो एव  लाभदायी योजना से अवगत कराते हुए मनाया गया।  


5 मुई 2022 को ग्राम पंचायत स्तर पर मजदूर दिवस मनाया गया।  जिसका मुख्य उद्देश्य- "जागरूक मजदूर  हक से रहे न दूर"  प्रशिक्षण में श्रमिको के सम्मान एवं श्रमिको के अधिकार उनको मिले, साथ ही राजस्थान राज्य के भवन एवं अन्य संनिर्माण कल्याण मण्डल में पंजीयन कर कल्याण मण्डल द्वारा श्रमिक कल्याण योजनाओं से जोड़ना, निर्माण कार्य में 90 दिन कार्य दिवस का प्रमाण पत्र बनवाकर   श्रमिक कार्ड (लेबर कार्ड) बनाना आदि प्रमुख रूप से रहा। वागधारा के   स्वराज मित्रों ने  ग्राम पंचायत में जन जागरूकता के लिए मजदूर दिवस मनाया और शासन द्वारा श्रमिक के लिए चलाये जा रहे कल्याणकारी योजना के बारे मे बताया गया। इसके अलावा  अन्य गतिविधियों की जानकारी दी गयी।  जिसमें मजदूर की पहचान, निर्माण श्रमिक कौन कौन श्रमिक आते है,  श्रमिक कल्याण मण्डल की जानकारी, 90 दिन निर्माण कार्य के लिए प्रमाण पत्र बनाने की प्रकिया के बारे में विस्तार से जानकारी  दी गयी। 

वागधारा के कार्यक्रम अधिकारी विकास मेश्राम,  ने श्रमिक कार्ड बनवाने की प्रकिया एवं श्रमिक से जुड़ी महत्वपूर्ण कल्याणकारी योजनाओं के बारे में बताया और  मजदूर दिवस  के इतिहास से अवगत कराया।  1 मई को हर साल मजदूर दिवस मनाने का उद्धेश्य मजदूरों और श्रमिकों की उपलब्धियों का सम्मान करना और योगदान को याद करना है। इसके साथ ही मजदूरों के हक और अधिकारों के लिए आवाज बुलंद करना और शोषण को रोकना है।मजदूर दिवस का दिन ना केवल श्रमिकों को सम्मान देने के लिए होता है बल्कि इस दिन मजदूरों के हक के प्रति आवाज भी उठाई जाती है। जिससे कि उन्हें समान अधिकार मिल सके। 
1 मई 1886 को अमेरिका में आंदोलन की शुरूआत हुई थी। इस आंदोलन में अमेरिका के मजदूर सड़कों पर आ गए थे और वो अपने हक के लिए आवाज बुलंद करने लगे। इस तरह के आंदोलन का कारण था काम के घंटे क्योंकि मजदूरों से दिन के 15-15 घंटे काम लिया जाता था। आंदोलन के बीच में मजदूरों पर पुलिस ने गोली चला दी और कई मजदूरों की जान चली गई। वहीं 100 से ज्यादा श्रमिक घायल हो गए। इस आंदोलन के तीन साल बाद 1889 में अंतरराष्ट्रीय समाजवादी सम्मेलन की बैठक हुई। जिसमे तय हुआ कि हर मजदूर से केवल दिन के 8 घंटे ही काम लिया जाएगा।
ऐतिहासिक महत्व से अवगत करया। साथ ही माननीय मालवीय  जी का वीडियो के माध्यम से स्थानीय श्रमिको के लिए श्रम विभाग की योजनाओं से लाभान्वित करने लिए संदेश दिया वह दिखाया गया।  स्वराज मित्र पंकज खाट  ने कहाँ की श्रमिक विभाग  की योजना जनजातीय  स्वराज संगठनो के द्वार आमजन तक पहुंचने में कटीबध्द है।  इसमें वागधारा के सहजकर्ता ने अपने अपने अनुभव साझा किये और भावी नवाचार योजनाओं से अवगत कराया।  मजदूर दिवस के अवसर पर वागधारा के सहजकर्ता और स्वराज मित्र सहभागी हुए।  

मजदूर दिवस सफल बनाने हेतु मानगढ , इकाई लीडर प्रशांत थोरात , कार्यक्रम अधिकारी  विकास मेश्राम, सहजकर्ता कैलास निनामा, कांता, उषा,सुरेश,ललिता ,भुरालाल आदि एव वागधारा के स्वराज मित्र   पंकज,छगन,नाथुलाल, निरमा ,प्रवीण महत्तपूर्ण भूमिका निभाई हूए....

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