रिपोर्ट
फूलदेव पटेल
मुजफ्फरपुर, बिहार। 11 जनवरी बुधवार को सरला श्रीवास युवा मंडल ने मालीघाट में पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के पुण्यतिथि पर "पुरखा पुरनिया संवाद" का आयोजन किया। युवा समाजसेवी अनिल कुमार ठाकुर की अध्यक्षता में कार्यक्रम की शुरुआत हुई। अध्यक्षीय संबोधन में अनिल कुमार ठाकुर ने बताया कि 11जनवरी 1966 में तत्कालीन प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री का उज़्बेकिस्तान के तस्कानद में रहस्मयी परिस्थिति में निधन हुआ।
मुख्यअतिथि मुजफ्फरपुर मोबाइलवाणी के संजय कुमार ने बताया कि स्वतंत्रता संग्राम में लाल बहादुर शास्त्री ने महात्मा गांधी और डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद के साथ सक्रिय योगदान दिया। सादा जीवन व उच्च विचार से इन्होंने हरित क्रांति को जन्म दिया था। लोक कलाकार सुनील कुमार ने अंगूठी के नगीना गीत ए ही माटी के लाल बहादुर शास्त्री प्रधानमंत्री के मिलल सेहरा गीत के माध्यम से श्रद्धा सुमन अर्पित किया।
प्रभात कुमार ने कहा कि लाल बहादुर शास्त्री का आत्मबल आकाश से भी ऊंचा था और उनका पौरुष भी उतना ही विराट था।सुमन कुमारी ने बताया कि पूर्व प्रधानमंत्री जवानों और किसानों के उद्धारक और देश के गौरव थे। श्रद्धांजलि सभा में मुख्य रूप से लोक कलाकार सुनील कुमार,भोला साह, रोहित कुमार,प्रभात कुमार,संजय कुमार,आदित्य राज ठाकर,अंशिका,कन्हैया, दुर्गा, अदिति ठाकुर,डॉक्टर बसीर सिद्दीकी,डॉक्टर एस. एस.बिहारी मौजूद थे।धन्यवाद ज्ञापन सरला श्रीवास युवा मंडल की सचिव अदिति ठाकुर ने दिया।
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