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अतिथि सहायक प्राध्यापकों ने पुनर्बहाली की मांग को लेकर विश्वविद्यालय को कराया बंद

 

हटाए गए हिंदी विषयों के अतिथि प्राध्यापकों ने व्यक्त किया आक्रोश
अन्य विषयों के सैकड़ों अतिथि प्राध्यापकों ने विश्वविद्यालय में धरना-प्रदर्शन किया 
हिंदी विषय के अतिथि प्राध्यापकों ने बताया कि सेवा समाप्त होने से अत्यंत मानसिक पीड़ा के दौर से गुजर रहे हैं कभी भी उनके साथ अनहोनी हो सकती है।

मुजफ्फरपुर। बुधवार को सैकड़ों अतिथि सहायक प्राध्यापकों ने बीआरए बिहार विश्वविद्यालय पहुंच कर यूनिवर्सिटी को बंद कराया। अतिथि सहायक प्राध्यापकों ने हिंदी के हटाए गए 32 अतिथि शिक्षकों को यथाशीघ्र पुनर्बहाल करने की मांग की। संघ के अध्यक्ष डॉ ललित किशोर ने कहा कि विगत एक महीने पूर्व कुलपति से सौहार्दपूर्ण वातावरण में वार्ता हुई थी, जिसमें कुलपति ने त्वरित कार्रवाई करते हुए कुलसचिव को आदेश दिया था कि बची हुई सीटों पर जल्द से जल्द मेरिट और आरक्षण रोस्टर का पालन करते हुए अतिथि प्राध्यापकों को व्यवस्थित कर फिर से बहाल किया जाए, मगर 25 दिन बीत जाने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। 

अतिथि सहायक प्राध्यापकों ने पुनर्बहाली की मांग को लेकर विश्वविद्यालय को कराया बंद

अतिथि प्राध्यापकों के धैर्य की सीमा टूटी और विश्वविद्यालय आकर-प्रदर्शन किया। अतिथि प्राध्यापकों ने बताया कि वे काफी मानसिक पीड़ा से गुजर रहे हैं। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय से उम्मीद है कि उन्हें माननीय कुलपति के दिशा निर्देश में न्याय जरूर मिलेगा।

कुलसचिव से हुई नोकझोंक :

कुलसचिव से वार्ता के दौरान कुलसचिव आक्रोशित हो गए। एमएस कॉलेज मोतिहारी के प्राध्यापक डॉ अनिल कुमार धवन ने कहा कि कुलसचिव ने उनके साथ अभद्र व्यवहार किया है और आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल किया। धवन ने कहा कि इस मामले को वे दलित आयोग में ले जाएंगे और इसकी शिकायत मुख्यमंत्री एवं राज्यपाल महोदय से की जाएगी।

अतिथि सहायक प्राध्यापकों ने पुनर्बहाली की मांग को लेकर विश्वविद्यालय को कराया बंद

संघ के अध्यक्ष डॉ ललित किशोर, महासचिव डॉ राघव कुमार, सचिव डॉ नितेश कुमार, कोषाध्यक्ष डॉ बिरजू कुमार सिंह, उपाध्यक्ष डॉ अनिल धवन, डॉ गुंजन कुमार, डॉक्टर मणि भूषण ने संयुक्त बयान जारी कर कहा कि हिंदी विषय में हटाए गए अतिथि प्राध्यापकों को जब तक एडजस्ट नहीं किया जाता है, तब तक शांतिपूर्ण धरना प्रदर्शन जारी रहेगा। कुलपति के आते ही वार्ता की जाएगी।

धरना कार्यक्रम में डॉ जागृति, डॉ रश्मि, डॉ सोनी, डॉ निशा, डॉ दिव्या, डॉ अविनाश कुमार, डॉ संतोष कुमार उर्फ संतोष सारंग, डॉ महेश्वर प्रसाद सिंह, डॉ प्रदीप कुमार, डॉ मयंक, डॉ नवीन, डॉ अविनाश झा, डॉ प्रदीप कुमार, प्रो विकास कुमार, मो. इम्तियाज समेत सैकड़ों अतिथि प्राध्यापक मौजूद थे।

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