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किसानों ने खरीफ महाभियान 2024 का एक दिवसीय प्रशिक्षण लिया

रिपोर्ट 

फूलदेव पटेल 

भारत के अनेक राज्य पंजाब, हरियाणा, गुजरात, राजस्थान, महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश आध्रप्रदेश, छत्तीसगढ़, असम व बंगाल में किसानों के द्वारा मोटे अनाज की खेती की जा रही है। मुख्य फसल- मक्का, ज्वार-बाजरा, मरुआ, कौनी-चीना आदि की खेती बहुत पहले से की जा रही है।अब बिहार सरकार ने इसकी पहल शुरू कर दी है।  

मुजफ्फरपुर। कृषि प्रौद्योगिकी प्रबंधन अभिकरण आत्मा मुजफ्फरपुर के तत्वावधान में पारु प्रखंड के चौबीस पंचायतों के लगभग एक सौ किसानों ने खरीफ महाभियान 2024 का एक दिवसीय प्रशिक्षण में हिस्सा लिया। इस दौरान बीज वितरण कार्यक्रम किया गया।  किसानों को मोटा आनाज की खेती के लिए बीज- मक्का, जौ-कौनी, कोदो, सावा, मरुआ, बाजरा, ज्वार इत्यादि बिहार सरकार द्वारा उपलब्ध कराया जायेगा। 

किसानों ने खरीफ महाभियान 2024 एक दिवसीय प्रशिक्षण लिया

इस कार्यक्रम के अध्यक्ष प्रखंड विकास पदाधिकारी ओम राजपूत ने किसानों को संबोधित करते हुए बताया कि पूरी दुनिया में मोटे अनाज की खेती की जा रही है।  खासकर भारत के अनेक राज्य जैसा कि पंजाब, हरियाणा, गुजरात, राजस्थान, महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश आध्रप्रदेश, छत्तीसगढ़, असम व बंगाल में किसानों के द्वारा मोटे अनाज की खेती की जा रही है। मुख्य फसल मक्का, ज्वार-बाजरा, मरुआ, कौनी-चीना आदि की खेती बहुत पहले से की जा रही है।  लेकिन बिहार में इसकी पहल शुरू हो गई  है। आदमी को स्वस्थ्य रहने के लिए मोटा अनाज आवश्यक है। 

किसानों ने खरीफ महाभियान 2024 एक दिवसीय प्रशिक्षण लिया

वही (Soil) मिट्टी की जांच तो किसानों को हर हाल में करानी चाहिए।  मिट्टी जांच से पता चलता है कि खेतों में किस प्रकार के उर्वरक देना चाहिए।  प्रखण्ड तकनीकी प्रबंधक विक्की कुमार ने खेतों से मिट्टी निकालने के तरीकों से अवगत कराया। पशुपालन पदाधिकारी डाक्टर नागेन्द्र यादवनागेन्द्र यादव ने पशु पालकों को भीषण गर्मी में गया, भैस, और बकरी को कैसे सुरक्षित रखे इसकी जानकारी दी। 

कार्यक्रम में प्रखण्ड कृषि पदाधिकारी कृषि पदाधिकारी सिद्ध नाथ राय, कृषि विज्ञान केन्द्र सरैया से डाक्टर रजनीश कुमार, प्रमुख प्रतिनिधि विजय कुमार, उप प्रमुख प्रतिनिधि सुकुल ठाकुर, अभय कुमार, ब्रजेश पाण्डेय, विकास कुमार, रवि  शंकर, राकेश कुमार, राजीव रंजन रंजीत कुमार, मनोज कुमार, सिंह, पंकज कुमार, राजेश कुमार, दिनेश कुमार, सुरेंद्र  कुमार, पूनम देवी, अशोक सिह, लाल मोहन के अलावा अन्य किसान उपस्थित थे। 

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