बिहार, मुजफ्फरपुर। पारु प्रखण्ड अन्तर्गत उत्क्रमित मध्य विद्यालय, चांदकेवारी, दक्षिणी में किसान लाइब्रेरी सह सूचना केंद्र के तत्वावधान में डॉ भीम राव आंबेडकर की 132वीं जयंती मनाई गयी। जयंती के अवसर पर आंबेडकर की दृष्टि में शिक्षा के महत्व विषय पर संगोष्ठी, बाल प्रतियोगिता व शिक्षक सम्मान-समारोह का शुभारंभ मुख्य अतिथि प्रखण्ड विकास पदाधिकारी, पारु ने तस्वीर पर पुष्पांजलि अर्पित कर किया। संस्था की ओर से प्रखण्ड विकास पदाधिकारी ओम राजपूत को अंग वस्त्र, कलम-डायरी, सम्मान-पत्र एवं संविधान की पुस्तिका भेंट की गयी । कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्व सरपंच डॉ बलराम साह ने की।
प्रखण्ड विकास पदाधिकारी ने समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि शिक्षा से ही व्यक्ति, समाज और समृद्ध राष्ट्र का निर्माण संभव है। आंबेडकर ने शिक्षा को सर्वोपरि माना। जहां शिक्षा है वहीं खुशहाली है। आंबेडकर की दृष्टि में शिक्षा के महत्व पर पूर्व पार्षद मदन प्रसाद साह, सेवानिवृत शिक्षक सोनेलाल प्रसाद, सेवानिवृत व्याख्याता शंकर पटेल पूर्व शिक्षक लाल बाबू राय, शिक्षक सत्य नारायण प्रसाद, शिक्षक अम्बुज कुमार आदि ने अपना विचार रखा।
बाल प्रतियोगिता में विभिन्न विद्यालयों के 48 छात्र-छात्राओं ने हिस्सा लिया। प्रतियोगिता में प्रथम स्थान रितिका कुमारी ने प्राप्त किया। जिसे पुरस्कार स्वरुप दिवाल घड़ी, प्रमाण-पत्र, कलम, मेडल, नोट-बुक, संविधान की पुस्तिका व जीके जीनियस में अच्छा स्कोर लाने के लिए गोलवे एडूय के द्वारा प्रमाण-पत्र देकर सम्मानित किया गया। दूसरे स्थान पर रौशनी कुमारी रही। जिसे प्रमाण-पत्र के साथ जोमेट्रीबॉक्स, मेडल, कलम, नोट-बुक एवं संविधान की पुस्तिका दी गयी। तीसरे स्थान प्राप्त करने वाले नीतीश कुमार को प्रमाण-पत्र, मेडल, कलम, नोट-बुक एवं संविधान की पुस्तिका दी गयी। अन्य प्रतिभागियों (45 छात्र-छात्राओं) को प्रमाण-पत्र, मेडल, कलम संविधान की पुस्तिका शैक्षणिक क्षेत्र में बेहतरी के लिए दिए गए।
1 टिप्पणियाँ
बाबा साहेब के जन्म दिन पर शिक्षा के महत्व को रेखांकित करना ही उनकी सच्चा सम्मान देना है। आप सभी ने मिलकर एक और मील का पत्थर जड़ दिया है।
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत धन्यवाद।