ज्वलंत मुद्दे

6/recent/ticker-posts

गोंडी भाषा में मानक शब्दकोश निर्माण की चल रही मुहिम

रिपोर्ट 

फूलदेव पटेल 

छत्तीसगढ़।  वनांचल क्षेत्र में गोंडी भाषा संग्रह यात्रा द्वारा गोंडी भाषा में मानक शब्दकोश निर्माण की मुहिम चल रही है । वनांचल क्षेत्र के मानपुर विकासखंड के सुदूर वनांचल औंधी क्षेत्र के सरखेड़ा ग्राम नवागांव,कोराचा क्षेत्र के बुकमरका ,पुगदा,गट्टेगहन एवम् संबलपुर में गोंडी मानक शब्दकोष बनाने गोंडी भाषा संग्रह यात्रा का आयोजन किया गया।  जिसमें 6 राज्यों मध्यप्रदेश, बिहार,आंध्रप्रदेश ,महाराष्ट्र पश्चिम बंगाल एवं उड़ीसा से आए गोंड़ी भाषा के विशेषज्ञों ने राज्य परियोजना कार्यालय समग्र शिक्षा के निर्देशन में 40 ग्रामों से 10,000 समानार्थी एवं मानक शब्द तैयार करने के लिए सामुदायिक प्रयास किया जा रहा है । 

गोंडी भाषा में मानक शब्दकोष निर्माण की चल रही मुहिम

भाषा संग्रह यात्रा को मोहला-समग्र शिक्षा प्रबन्ध संचालक नरेंद्र दुग्गा, कलेक्टर एस जयवर्धन मोहला मानपुर, अंबागढ़ चौकी जिला कलेक्टर व डोमन सिंह कलेक्टर राजनांदगांव तथा विशेष सहयोग जिला पंचायत सीईओ अमित कुमार, डीईओ कमल कपूर बंजारा, मोहला व राजेश सिंह राजनांदगांव के निर्देश पर गोंडी भाषा में मानक शब्दकोष निर्माण की शुरुआत की गई। इससे पहले बस्तर में इस विषय पर 4 कार्यशाला भी आयोजित हो चुकी है। इस गोंडी भाषा संग्रह यात्रा की शुरुआत  16 अप्रैल को पानाबरस में पूजा-अर्चना के बाद शुरू की गई। 

गोंडी भाषा में मानक शब्दकोष निर्माण की चल रही मुहिम

उपस्थित शुभ्रांशु चौधरी ने बताया कि जब तक गोंडी भाषा के शब्दों का मानकीकरण नही होगा तब तक गोंडी भाषा मे पत्र-पत्रिका ,साहित्य प्रकाशित कैसे होगा। गोंडी धर्माचार्य व रिटायर्ड शिक्षक,दमकसा निवासी शेर सिंह आँचला ने कहा कि गोंडी एक भाषा बने इसके लिए हम लगातार कोशिश में लगे है और 10 हजार समानार्थी एवं मानक शब्द हम सभी इस यात्रा के माध्यम से तैयार कर रहे है। पहली बार छत्तीसगढ़ सरकार इसका समर्थन किया है और सभी इसके लिए आभार व्यक्त करते है। इस गोंडी भाषा संग्रह यात्रा के माध्यम से हिंदी भाषा के शब्दों को विभिन्न राज्यो में गोंडी भाषा में क्या बोला जाता है ,उस शब्द के संग्रह का कार्य किया जा रहा है। 

गोंडी भाषा में मानक शब्दकोष निर्माण की चल रही मुहिम

मोहला मानपुर अंबागढ़ चौकी जिले के मानपुर ब्लाक 40 ग्रामों के लोग इस यात्रा के माध्यम से गोंडी भाषा के शब्दों का आदान-प्रदान कर इसमे नई सोच को आगे बढ़ाएंगे। गोंडी शब्द संग्रह यात्रा में पश्चिम बंगाल से जगन्नाथ पारूई शांति निकेतन विश्वविद्यालय,सरला श्रीवास सामाजिक सांस्कृतिक शोध संस्थान के संयोजक लोक कलाकार सुनील कुमार मुजफ्फरपुर,अतीन दास दिल्ली,सुकलाल सूरजपुर,नंदू उइके ,मोहन यादव,शिव प्रसाद ,सोनू इवने (अभी बैतूल से),महारास्ट्र महेंद्र कोमरे, बीईओ ए आर कौर ,जिला मिशन समन्यवक शतिष ब्यौहारे, तथा रफीक अंसारी,चेतना चन्द्राकर, पूनम पटेल,शशिकांत सोनी सहित छत्तीसगढ़ से लगभग दर्जन लोग थे। इस गोंडी शब्द संग्रह यात्रा यह कार्य 22 अप्रैल 2023 तक अनवरत रूप से जारी रहेगा।

एक टिप्पणी भेजें

2 टिप्पणियाँ