मुजफ्फरपुर। पारु, साहेबगंज आदि प्रखंड के विभिन्न स्कूलों में जिला विधिक सेवा प्राधिकार नालसा मुजफ्फरपुर के द्वारा जागरुकता अभियान चलाया गया। उ. माध्यमिक विद्यालय शाहपुर पट्टी, मध्य विद्यालय धरफरी (बालक), सह उच्च माध्यमिक विद्यालय चांदकेवारी एवं ज्ञान विद्या मंदिर कोचिंग संस्थान, डुमरी परमानन्दपुर में लगभग 250 छात्र-छात्राओं एवं शिक्षक-शिक्षिकाओं के बीच बाल विवाह, सडक सुरक्षा, नशामुक्ति, सामाजिक सौहार्द के संबंध में विशेष रूप से जानकारी दी गई।
कार्यक्रम में शाहपुर पट्टी विद्यालय की शिक्षिका रुपम चौधरी ने सवाल किया कि जिला विधिक सेवा प्राधिकार नालसा मुजफ्फरपुर के द्वारा किस व्यक्ति को, किस तरह से, और कब नि:शुल्क कानूनी सहायता दी जाती है? वही नेहा कुमारी ने कहाँ समाज को नशा मुक्त कैसे किया जाएगा ? प्रियांशु कुमारी ने बताया कि क्या बाल विवाह नहीं करना चाहिए ? इससे क्या समाज पर प्रभाव पड़ता है? वही अन्नु कुमारी ने कहा कि सरकार जब शराबबंदी की है तो लोग क्यों शराब पी रहे हैं ?
शिक्षक विनय कुमार दास ने बच्चों को संबोधित करते हुए बताया कि बच्चों को नशामुक्त रहना चाहिए, जिससे बच्चों की सेहत ठीकरहती है। शिक्षक चंदन दास ने बच्चों को सड़क पर चलने, हेमलेट पहनने, तेज गति से कोई गाड़ी नहीं चलाने के लिए प्रेरित किया। शाहपुर पट्टी विद्यालय के प्रधानाध्यापक अवधेश दास ने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि हर समस्या का समाधान संभव है लेकिन इसके लिए शपथ लेने की जरूरत है।
मध्य विद्यालय धरफरी बालक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालय धरफरी के पिंकी कुमारी ने बच्चों को संबोधित करते हैं खास तौर पर लडकियों को अच्छी संस्कार और बाल विवाह नहीं करने के लिए सुझाव दिया। धरफरी बालक के प्रधानाध्यापक जयराम साह ने बच्चों को संबोधित करते हुए, जिला विधिक सेवा प्राधिकार नालसा मुजफ्फरपुर के द्वारा संचालित जागरुकता अभियान को गंभीरता से लेते हुए प्रत्येक बच्चों को सड़क सुरक्षा, नशामुक्त के लिए हमेशा एक दूसरे का सहयोग व साथ देने के लिए वचन दिलाया।
मुन्नी कुमारी ने बताया कि अभी हर घर के बड़े लोग शराब और ताडी पीकर गाली-गलौज करते हैं इसके लिए क्या किया जायेगा ? ज्ञान विद्या मंदिर कोचिंग संस्थान के शिक्षक लालबाबू राय ने जिला विधिक सेवा प्राधिकार मुजफ्फरपुर व्यवहार न्यायालय का आभार व्यक्त करते हुए बच्चों को बताया कि समाज में भिन्न-भिन्न प्रकार के लोग रहते हैं फिर भी सामाजिक कुरीतियों पर न्यायालय की विशेष नजर है। हर व्यक्ति को अपने अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा, उच्च शिक्षा अवश्य देनी चाहिए।
सरकार के द्वारा लडकियों को पोशाक, छात्रवृत्ति, साइकिल, माध्यमिक परीक्षा पास होने पर दस हजार, इंटरमीडिएट पास होने पर 15 हजार, उच्च शिक्षा बीए पास होने पर 25 हजार रुपये दे रही है, तो बाल विवाह क्यों ? वही शिक्षक रंजीत शर्मा ने बच्चों के बीच पुलिस के द्वारा सड़क सुरक्षा के नियम को पढकर सुनाया। सभी के सवालों का जवाब फूलदेव पटेल पी एल भी ने दिया।
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