प्रोफेसर डॉ संजय कुमार सुमन ने कहा कि आज दलित-पिछड़ों को जो सम्मान, आरक्षण और नौकरियां मिली हैं, वह जगदेव प्रसाद जैसे बहुजन महानायकों के संघर्ष के बिना संभव नहीं था। इसलिए हम अपने नायकों के जीवन-दर्शन को युवा पीढ़ी व आधी आबादी तक जरूर पहुंचाएं।
देवरिया, मुजफ्फरपुर । शुक्रवार को प्रबुद्ध समाज ने विमला देवी स्कूल के प्रांगण में बिहार लेनिन अमर शहीद जगदेव प्रसाद का 51वां शहादत दिवस समारोह मनाया। आगत अतिथियों एवं स्थानीय लोगों ने जगदेव बाबू के चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि दी।
शहादत समारोह को संबोधित करते हुए प्रसिद्ध चिकित्सक डॉ प्रवीण चंद्रा ने कहा कि यह जगदेव बाबू के बलिदान व संघर्षों का ही प्रतिफल है कि बिहार की सत्ता पर पिछले तीन दशकों से बहुजन दलों के नेतृत्व वाली सरकार चल रही है। आरडीएस काॅलेज के इतिहास के प्रोफेसर डॉ संजय कुमार सुमन ने कहा कि आज दलित-पिछड़ों को जो सम्मान, आरक्षण और नौकरियां मिली हैं, वह जगदेव प्रसाद जैसे बहुजन महानायकों के संघर्ष के बिना संभव नहीं था। इसलिए हम अपने नायकों के जीवन-दर्शन को युवा पीढ़ी व आधी आबादी तक जरूर पहुंचाएं।
बिहार विश्वविद्यालय हिंदी पीजी डिपार्टमेंट में असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ सुशांत कुमार ने कहा कि जयदेव बाबू के सामाजिक चेतना को आज याद करने और फैलाने का समय है. उनकी सामाजिक क़ुर्बानियों और शहादत को बढ़ाने के लिए उनके बताए रास्तों पर चलने की आवश्यकता है ताकि नई पीढ़ी सामाजिक क्रांति के पुरोधा को समझ सके. डॉ संतोष सारंग ने कहा कि जब तक बहुजन समाज के महानायकों की विचारधारा को हम एक-एक घर तक नहीं पहुंचाएंगे, तब तक उनकी सच्ची श्रद्धांजलि नहीं होगी।
सभा को साहू भूपाल भारती, सत्यदेव पंडित, अरुण पासवान, बसंत कुशवाहा, डॉ ब्रह्मदेव राय, चंद्रिका राम, राज किशोर राम आदि ने संबोधित किया। रामनाथ पासवान ने अंधविश्वास व पाखंड पर आधारित कविताएं सुनाईं। इस मौके पर डॉ विष्णुदेव यादव, फुलदेव पटेल आदि मौजूद थे।
सभा की अध्यक्षा रघुनाथ यादव, मंच संचालन मदन प्रसाद तथा धन्यवाद ज्ञापन राजधारी राम ने किया। आगत अतिथियों का स्वागत साहू भूपाल भारती ने किया। कार्यकर्म का प्रारंभ शहीद जगदेव प्रसाद के तैल चित्र पर माल्यार्पण कर किया गया।
0 टिप्पणियाँ